कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) हमारे शरीर में बहुत तरह की परेशानियां पैदा करता है। यह एक ऐसा वसायुक्त पदार्थ है जो हमारी नसों में होता है और यह मुख्य रूप से आपके लीवर में बनता है। कई खाने की चीज़ों और व्यंजनों के वजह से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की मात्रा बढ़ जाती है। अगर आपके शरीर में इसकी मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है तो यह आपके जीवन के लिए घातक साबित हो सकती है। हमारे लिए ज़रूरी है कि हम अपने आहार में ज़रूरत से अधिक वसा और तेल का सेवन ना करें। इसके अलावा और भी कई तरीक़े हैं जिनसे आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं और उन उपायों को भी जानते हैं जिनसे आप अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol): क्यों बनता है? क्या है कारण? आइए जानें
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) का स्तर केवल एक कारण से नहीं बढ़ता; इसके पीछे कई अलग-अलग कारण होते हैं, जिन्हें ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। इन कारणों को समझकर और सही तरीके से प्रबंधन करके, आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। चलिए जानते हैं वे कारण जो आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को प्रभावित कर सकते हैं।
- अस्वास्थ्यकर आहार (unhealthy diet)
अगर आप मोमोज़, चाउमीन, और अन्य मसालेदार व तैलीय भोजन के शौक़ीन हैं, तो अब समय आ गया है कि आप इनमें कुछ कटौती करें। ऐसा भोजन करने से हमारे शरीर में ज़रूरत से ज्यादा तेल और वसा जाती है, जो कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है।
- व्यायाम की कमी (lack of exercise)
सप्ताह में कुछ दिन व्यायाम करने से आपका शरीर स्वस्थ रहता है। जब आप अपने रोज़मर्रा के जीवन में व्यायाम को शामिल करते हैं, तो आपका शरीर अतिरिक्त वसा को जलाता है। इससे शरीर में वसा की मात्रा संतुलित रहती है और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) से जुड़ी समस्याओं का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है।
- मोटापा (obesity)
अगर आप अत्यधिक मोटापे (obesity) से ग्रस्त हैं या बहुत वसा और तेल वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, तो आपके वजन का बढ़ना स्वाभाविक है। इस स्थिति में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर में वृद्धि का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, अपने वजन को नियंत्रित में रखना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि आप इन स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें।
- धूम्रपान और शराब (consuming alcohol and smoking)
शराब (alcohol) और धूम्रपान (smoking) शरीर में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की मात्रा बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। अगर आप ज़रूरत से ज़्यादा शराब का सेवन करते हैं या बहुत ज़्यादा सिगरेट पीते हैं तो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अत्याधिक बढ़ जाती है जिसका प्रतिकूल प्रभाव आपके हृदय पर पड़ता है। इसके साथ-साथ आपको हाई ब्लड प्रेशर की भी शिकायत हो सकती है।
- आनुवांशिक कारण (genetic causes)
जीन एक ऐसा फैक्टर है जो आपके जीवन में बहुत कुछ निर्धारित करता है। उसी तरह आपके शरीर में होने वाली कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की समस्या भी अनुवांशिक ही सकती है। अगर आपके परिवार में आपके माता, पिता, दादा, दादी, नाना या नानी को ये समस्या थी तो आपको भी कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की समस्या हो सकती है।
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) से जुड़े जोखिम
आइए हम आपको कोलेस्ट्रोल से जुड़े कुछ मुख्य जोखिमों के बारे में आपको बताते हैं:
- एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) : इसमें आपके नसों में वसा जमा हो जाता है जिससे खून को शरीर में दौड़ने में समस्या आती है।
- ब्लॉकेज (blockage): कोलेस्ट्रॉल जमा होने से आर्टरीज पूरी तरह ब्लॉक हो सकती है, जिस कारण से दिल का दौरा उत्पन्न होता है।
- पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (peripheral artery disease): यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब पैरों तक रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे दर्द और कमजोरी होती है।
- स्ट्रोक (stroke): कोलेस्ट्रोल बढ़ने से आपको स्ट्रोक होना का खतरा भी बढ़ जाता है।
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) की जांच कैसे होती है?
शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा जांचने के लिए लिपिड प्रोफाइल नामक जांच की जाती है। आइए जानें इसमें किन-किन चीज़ों का परिक्षण किया जाता है:
- LDL (लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन): इसे "खराब" कोलेस्ट्रॉल माना जाता है क्योंकि यह धमनी में जमाव करता है।
- HDL (हाई-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन) : इसे "अच्छा" कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि यह LDL कोलेस्ट्रॉल को हटाने में मदद करता है।
- ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides): यह एक और प्रकार की वसा है जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकती है।
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) कम करने के लिए अपनाएं ये चार आदतें
आइए जानते हैं वो चार आदतें जिनसे आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रोल के खतरे को कम कर सकते हैं:
- संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन (Eating a balanced and healthy diet)
अपने खाने में साबुत अनाज, चने, मूंग, फल आदि शामिल करें। मक्खन और तेल जैसी वसा से बचें, क्योंकि ये शरीर में LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा को बढ़ाते हैं। इसके बजाय, अपने आहार में ओमेगा-3 (जैसे कि सालमन, मैकेरल) मछलियों का सेवन करें। इससे आपका हृदय स्वस्थ रहेगा।
- नियमित व्यायाम करें (exercise regularly)
आपको अपनी दिनचर्या में सप्ताह में करीब 150 मिनट योग या अन्य व्यायामों को शामिल करना चाहिए। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहता है और कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी कम होती है।
- वजन नियंत्रित करें (control weight)
अतिरिक्त वजन कम करने से LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है। इसके लिए एक संतुलित आहार के साथ कैलोरी की निगरानी और नियमित व्यायाम महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, अत्यधिक तले-भुने खाद्य पदार्थों से भी बचना चाहिए।
- धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें (Stop smoking and drinking alcohol)
जब आप शराब पीना और धूम्रपान करना बंद कर देते हैं, तो आपके शरीर में HDL (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा बढ़ जाती है। इससे ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। इसलिए, शराब और सिगरेट से दूर रहना आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
निष्कर्ष (Conclusion)
कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) आपके शरीर को कई तरह से नुकसान पहुँचा सकता है। इससे स्ट्रोक, हार्ट अटैक, और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इन स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और सही जीवनशैली की आदतें अपनाकर आप अपने कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके अलावा, नियमित चेक-अप और डॉक्टर की सलाह भी आपके स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल: (Frequently Asked Questions)
- उच्च कोलेस्ट्रोल से क्या-क्या समस्या हो सकती है?
Answer:- अगर आपको हाई कोलेस्ट्रोल है तो आपको हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है।
- कोलेस्ट्रोल को बढ़ने से रोकने के लिए कैसे भोजन की ज़रूरत है?
Answer:- फाइबर युक्त और कम वसा वाले भोजन आपके कोलेस्ट्रोल को कम करने में सहायता देते हैं।
- कोलेस्ट्रोल को कैसे कम किया जा सकता है?
Answer:- नियमित रूप से व्यायाम और स्वस्थ भोजन से आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम कर सकते हैं।